वे खुद अपने बच्चों की भ्रूण हत्या करने से नही चुकते हैं तो हमारी परवाह क्या करेंगे। वे खुद अपने बच्चों की भ्रूण हत्या करने से नही चुकते हैं तो हमारी परवाह क्या करें...
उसी झाड़ी में भीतर की ओर एक और मेहमान बैठा सुस्ता रहा था। उसी झाड़ी में भीतर की ओर एक और मेहमान बैठा सुस्ता रहा था।