थोड़ी देर बाद अँधेरा बढ़ने लगा। आज उसे अपनी झोंपडी में लौटने की कोई फिक्र नहीं थी इसलिए वह सड़क की पुलि... थोड़ी देर बाद अँधेरा बढ़ने लगा। आज उसे अपनी झोंपडी में लौटने की कोई फिक्र नहीं थी ...
यह आदमी उसको अपने पति से भी ज्यादा दरिंदा लगा, मुखौटा लगाए बहुरूपिया। यह आदमी उसको अपने पति से भी ज्यादा दरिंदा लगा, मुखौटा लगाए बहुरूपिया।