" फिर भला यदि वही सुत आपको बोझ नहीं समझेगा तो कलजुगी मानुष का धर्म कैसे पूर्ण होगा? " " फिर भला यदि वही सुत आपको बोझ नहीं समझेगा तो कलजुगी मानुष का धर्म कैसे पूर्ण हो...