यह क्या यह तो पुरानी सहेलियों के खत हैं जिनमें जाने कितनी दिलों की बातें भरी हुई हैं यह क्या यह तो पुरानी सहेलियों के खत हैं जिनमें जाने कितनी दिलों की बातें भरी हुई...
अब तो नागदेवता को पूर्ण विश्वास हो चला था कि आज तो उनके प्राण गए। अब तो नागदेवता को पूर्ण विश्वास हो चला था कि आज तो उनके प्राण गए।