खत की ये पंक्तियां आज भी अधूरी रह गई। पिछले एक वर्ष से ना जाने कितनी बार वृद्धाश्रम की खत की ये पंक्तियां आज भी अधूरी रह गई। पिछले एक वर्ष से ना जाने कितनी बार वृद्धाश...