विवेक के नेकदिल पर उसकी आँखों से पश्चाताप के आँशुओ की धारा झरने के रूप मेंं बह रही थी। विवेक के नेकदिल पर उसकी आँखों से पश्चाताप के आँशुओ की धारा झरने के रूप मेंं बह र...