"मगर मैंने एक काम हमेशा किया नमाज़ की पाबन्दी और रोज़ तिलावते क़ुरआन का पढ़ना जारी रखा कभी नहीं डरे । "मगर मैंने एक काम हमेशा किया नमाज़ की पाबन्दी और रोज़ तिलावते क़ुरआन का पढ़ना जारी र...