बात 1974 की है। रोज-रोज हड़ताल होती थी, आफिसों का घेराव होता था। शहर की हालत यह हो गई कि जुलूस और प्र... बात 1974 की है। रोज-रोज हड़ताल होती थी, आफिसों का घेराव होता था। शहर की हालत यह ह...