इतना विराट् व्यक्तित्व था हमारे बाऊजी का !उसको शब्दों में कैसे सीमित कर दूँ। इतना विराट् व्यक्तित्व था हमारे बाऊजी का !उसको शब्दों में कैसे सीमित कर दूँ।