विश्वास ही धोखा हैं 3.
विश्वास ही धोखा हैं 3.
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हर दिन बाजार में जाते और कुछ पैसे खर्च करने शुरू किए आज चिन्टु ने सबको चाॅकलेट खिलाई, मजा आ गया यार,
यार हो तो चिन्टु जैसा आदि अनको तरह की दोस्ती में वाह वाही बटोरी चिन्टु ने।
अगले दिन प्रेम ने छोटी पार्टी दी फिर सुरेश ने फिर रामनिवास ने रमेश ने ऐसे ही मस्ती के साथ
दोस्ती तेजी से आगे बढ़ती गई।
Coming soon 4.