हाँ भाईसाहब!मैं: साहब इक रीढ़ की अत्यंत आवश्यकता है. हाँ भाईसाहब!मैं: साहब इक रीढ़ की अत्यंत आवश्यकता है.
मुर्गे चोंच मारते हैं, बिल्लियाँ खरोंचती हैं, बिच्छू-बूटी से खुजली और जलन होती है! मुर्गे चोंच मारते हैं, बिल्लियाँ खरोंचती हैं, बिच्छू-बूटी से खुजली और जलन होती ह...