सोनू की समझदारी
सोनू की समझदारी
सोनू की छुट्टियां चल रही थी वो एक बार साइकिल चला रहा था उसने देखा कि एक बूढ़े से व्यक्ति चलते चलते गिर गये ,सोनू ने जल्दी से अपनी साइकिल खड़ी की ओर उन बूढ़े व्यक्ति को उठाया सोनू के पास पानी की बोतल भी थी जिससे उसने उन्हें पानी पिलाया उनके इशारे को समझ कर उनकी जेब से निकल कर गोली भी दी और पास में पेड़ की छाया में उन्हें बिठाया और मदद लेने के लिए पास ही अपने घर से अपने माता पिता जी को बुला लाया वो उन बूढ़े व्यक्ति से पता पूछकर उनके घर छोड़कर आये।
चार दिन बाद जब सोनू विद्यालय गया तो प्रार्थना के समय उसकी बहुत तारीफ हुई और सबने उसकी बहुत सराहना की तालिया बजाई, वो बूढ़े व्यक्ति भी विद्यालय में थे वो उसकी स्कूल के एक अध्यापक के पिता जी थे उनको हार्ट अटैक आया था जो कि सोनू की समझदारी से बच गये थे।
हमें सबकी मदद करनी चाहिए
