प्यार जो अनंत
प्यार जो अनंत
जिंदगी में किसी न किसी मोड़ पर कुछ न कुछ हमारे समक्ष आ ही जाता है। ऐसा ही पड़ाव है इश्क का जो कोई उम्र नहीं देखता बचपन हो या जवानी या हो बुढ़ापा हमें हर हाल में या तो कोई खुद ही मिल जाता है, या वो सिर्फ हमारे लिए आता है। मैं रूबरू कराती हूं एक ऐसी ही दास्ताँ को ---
बात कुछ वर्ष 2016 की ही है बेटू अपने गांव से उच्च शिक्षा के लिए एक छोटे से शहर में आईं। वहां कुछ खास माहौल तो नहीं था पर उसके गांव से यहां ठीक था।
बेटू बचपन से ही होनहार छात्रा थी। अब उसने नए शहर में एडमिशन ले लिया था। जब वह रोज स्कूल जाने लगी तो एक दिन स्कूल में नया लड़का आता है। जो कि उसकी ही क्लास में था। बेटू ने उसे पहली बार अपनी क्लास में ही देखा था। वो बहुत सीधा, सादगीपूर्ण, होनहार विद्यार्थी था। बेटू उसे पहले दिन से ही पसंद करने लगी थी। यही रुझान कुछ उस लड़के का भी था , वो पूरी क्लास में सबसे ज्यादा बेटू से प्रभावित हुआ। पर उसकी चाहत सिर्फ पसंद तक ही थी इससे ज्यादा वो कुछ नहीं चाहता था। देखते ही देखते वो लड़का क्लास का मॉनिटर बन गया। अब वो क्लास में सभी विद्यार्थी को अनुशासन में रहने को कहता था पर बेटू से नहीं , क्योंकी वह उससे नज़रे नहीं मिला पाता था। अब पता नहीं उसे इतना अंदर से क्यों उसके लिए नया एहसास आता था। कुछ साले बीत गई। वो लड़का टॉप कर गया। बेटू की ज़िंदगी किसी सोशल मीडिया के जरिए किसी और के साथ शुरू हो गई थी। पर वो बेटू का प्यार नहीं था सिर्फ वो सोशल मीडिया वाला लड़का बेटू को लाइक करता था इसलिए बेटू बस उससे बात करने लगी। पर जब वो टॉपर लड़के को पता चला की बेटू और किसी से प्यार करती है तो उस टॉपर लड़के ने अपने जज़्बात पर काबू पाए। पर बेटू आखिर कब तक उस सोशल मीडिया के घुली रहती उस ढोंग को वो प्यार नहीं कह सकती थी।
फिर एक दिन उस टॉपर लड़के ने बेटू से बात करने के लिए लास्ट बार उसकी राय लेने का सोच एक फेसबुक आईडी बनाई और बेटू को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। वो दिन बेटू की ज़िंदगी का सबसे ख़ास दिन था उसने तुरंत ही रिक्वेस्ट एक्सेप्ट की। और संदेश भेज दिया कि क्या बात है टॉपर जी आपने भी आई डी बना ली। तो टॉपर बॉय कहता है कि मुझे पहले पता होता कि यहां से भी रिश्ते बनाए जा सकते है तो इतना लेट नहीं होता। अब ऐसे ही उन दोनों को बात होने लगी। और 3 साल बाद वो एक दूसरे को इतना जानने लगे जैसे जन्मों जन्मों साथ रहे हों। वो एक दूसरे को प्यार भी करते थे पर आज तक कहा नहीं। एक वक्त ऐसा आता की वो लोग रात में भी रजाई के अंदर छिप छिप के बातें करने लगे। रात का समय बहुत भावुकता भरा होता है उस समय जब अपने किसी ख़ास से बात कर रहे हो तो जज़्बात संभालना बड़ा मुश्किल हो जाता है। यही हुआ कुछ उस टॉपर लड़के के साथ। वो अभी भी यही जानता था कि बेटू की और किसी से फ्रेंडशिप है। बेटू टॉपर बॉय के हर जज़्बात को समझने लगी, बस वो खुद नहीं कह पाती थी और न ही वो टॉपर बॉय। तो उस रात को दोनों बात कर रहे थे , अचानक किसी बात पर वो टॉपर बॉय के मुंह से निकलता है कि बेटू मुझे लगता है में लेट हो गया हूं तुम्हारी जिंदगी में कुछ होने के लिए। तो बेटू उसकी इस बात के पीछे के भाव को समझ जाती है। वो कहती है कि तुम लेट नहीं हुए तुम्हारे लिए तो इंतज़ार उम्र भर तक जिंदा है। तो अब दोनों एक दूसरे से अपनी बात कह चुके थे। और ये सालों पुराना प्यार अंततः एक हुआ।
हम जिससे प्यार करते हैं या जो हमारे लिए बना है वो कई मुश्किलों के बाद भी हमारा हो जाता है। प्यार वो एहसास है जिसकी अनुभूति बेहद खास है। प्यार पहला और आखरी नहीं होता प्यार तो वो हुआ जिससे हो जाए फिर दुबारा किसी से ना हो। भावार्थ जिसके होने से हमारे अंदर वो एहसास आया है अगर वो प्यार है तो हमारी नजरें कही और नहीं जा सकती। फिर न दुबारा और न पहला और न बीच का कोई भी प्यार नहीं हो सकता। बस वो एहसास मायने रखता है कि वो पहली बार में किसी से आता है या दूसरी बार में।
