फ्लड
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रानू के स्कूल में पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई थी।शिक्षक की नजर जब रानू पर पड़ी तो वे तुरंत रानू के पास आकर प्यार से बोले – ‘‘क्या हुआ रानू बेटे इस पेंटिंग को देख कर तुम्हारी आंखें क्यों भर आयीं ?’’ रानू बोली – ‘‘सर, मुझे मेरे गाँव की याद आ गई| पिछली बरसात मे मेरा गांव बाढ़ के पानी में डूब गया| उस दिन जब मई उठा थो बोहोत सारे काले बादल चाहिए थे।पांच मिनट बाद बारिश शुरू हो गयी पूरे दिन बारिश होती रही।उस रात हम थोड़े जल्दी सोगए थे।एक घंटे बाद मई सोते सोते पलंग से गिरगया और देखा की हमारा घर मई पानी आरहा था।मैंने मेरे माता और पिता को जगाया और बोले इसके बारे।हमने खिड़की के बार देखा और पता चला के बाद आगयी थी क्योंकि पूरे दिन बारिश हो रही थी।मेरे माता पिताने बाकी सब गाँव वाले को जगाया और इस बाद के बारे मे बताया।हम सब अबसे बड़े और लम्बे घर की चाट पर गए और बैठ गए बाकी हम बाद में डूब न जाए।बोहोत सारी बिजली कड़क रही थी।दस मिनट बाद मेरे पिता और उनके दोस्त तीन बड़ी नाव ले आये बाकी हम गांव से बार निकल सके।सब गांव वाले वह तीन नाव में बैठ के शहर की ओर बढ़ने लगे।यह थी मेरी कहानी इस शहर में आने की।हमे ठोस बरसो तक अभी भी नहीं पता की हमारा गांव की हालत अभी कैसी है।भगवन करे की कोई भी गांव को कुछ न हो।