Aanant Pandey

Children Stories

4.8  

Aanant Pandey

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मटर

मटर

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यह कहानी एक बिजनेसमैन की है यह दुनिया का सबसे बड़ा खेती-बाड़ी वाला बिजनेसमैन था। उसके पास अपने खुद के कई ढाबे और रेस्टोरेंट्स भी थे।

वो दुनिया की सारी फसलें उगाता था सिवाय मटर के। उसके पास मटर की फसल इसलिए नहीं थी क्योंकि उसका एक अंधविश्वास था की मटर 'बैड लक ' होती है। वह यह इसलिए सोचता था क्योंकि बहुत पहले जब उसने मटर की फसलें लगाई थी ,तो उन फसलो मैं कीड़े आ गए थे।जिसकी वजह से मटर के साथ साथ आसपास की सारी फसलें नष्ट हो गई थी। उसके खेतों में बर्बादी छा गई थी और उसे बहुत घाटा भी हुआ था।

उसका नाम और काम इतना प्रसिद्ध था कि उसकी फसलें देखने के लिए पूरे विश्व से लोग आते थे।पर्यटक सारी फसलें देखते थे और भूरी भूरी प्रशंसा करते। अगर कभी यात्रियों को भूख लगती थी तो वह उसके ढाबे में आकर खाना खाते थे।जब कभी भी वह मटर से संबंधित कोई खाना मंगाते थे बिजनेस मैन उन्हें कहता " हमारे यहां मटर को 'बैड लक' माना जाता है।इसलिए हम मटर का न कुछ बनाते हैं न ही मटर उगाते हैं। " सारे यात्री हलके से मुस्कुराते और कुछ और खाना खाकर चले जाते।

एक दिन बिजनेसमैन का बेटा जो कि इंजीनियर था, कई दिनों बाद घर लौटा। वह जैसे ही घर पहुंचा उसने अपने पिताजी से कहा "पापा आज मुझे एक स्पेशल सब्जी खानी है।" बिजनेसमैन ने कहा " हां बेटा बताओ क्या खाओगे ,आलू बैंगन की सब्जी बनवा दूं?!" उसके बेटे ने कहा "नहीं आज तो मेरा आलू मटर खाने का मन है।"

अब बिजनेसमैन दुविधा में फंस गया।अब बेटे की ख्वाहिश भी पूरी करनी है और बैड लक को भी आने नहीं देना है।उसने सोचा कि मैं बात बदल देता हूं। वह अपने बेटे से बोला "यह सब छोड़ो बेटा ,यह बताओ तुम्हारी नौकरी कैसी चल रही है? तुम्हारा बॉस तुमसे खुश तो है ना !" बेटे ने कहा "हां पापा मेरा बॉस मेरे से बहुत खुश है, इसलिए आज मुझे मेरी मनपसंद आलू और मटर की सब्जी खानी है। "

बिजनेस मैंन ने कहा " हां ठीक है मैं बनवा देता हूं।" यह कहकर वह किचन में चला गया। उसने सोचा कि अब मैं मटर लाऊंगा कहां से!? तभी उसके दिमाग में एक ख्याल आया और वह जोर से हंस पड़ा।

'अरे यार आज बेटे को मटर को सब्जी खरीद कर खिलाने की सोच रहा हूँ। अगर सालों पहले मटर को लेकर अंधविश्वास न पाला होता तो कितने लोग मेरी मटर की फसल को खरीद कर खाते। कितने सारे ग्राहक मटर की सब्जी खाना चाहते थे। मैंने अपने अंधविश्वास के चक्कर में अपना कितना बड़ा नुकसान कर डाला। मुझे आज समझ में आया कि मटर तो सिर्फ एक सब्जी है। भला उसमें क्या अंधविश्वास और कीड़े तो हर फसल में लगते हैं।चाहे वह मटर हो या मकई।अच्छा हुआ आज मेरा अंधविश्वास टूट गया।

पीछे से छुपकर उसका इंजीनियर बेटा अपने पापा को अपने आप से बात करता हुआ देख रहा था।असलियत में उसके इंजीनियर बेटे को यह मालूम था कि उसके पापा के पास मटर की फसल नहीं है। वह उसे अपना एक अंधविश्वास मानते हैं। उसने यह सब कुछ अपने पापा का अंधविश्वास तोड़ने के लिए किया। यह देख वह बहुत खुश हुआ और चुपचाप अपनी कुर्सी पर जाकर बैठ गया।

खेती बाड़ी का बिजनेसमैन बाहर आया और अपने बेटे से बोला ,बेटा अभी मटर की फसल थोड़ी कच्ची है। मैं बाहर मार्केट से मंगा लेता हूं।तुम और मैं दोनों एक साथ बैठकर खाएंगे। यह सुनकर उनका बेटा मुस्कुराया और खुश हो गया।

उसके बाद से बिजनेसमैन की सबसे बड़ी फसल मटर की ही हुई और उसका सबसे बड़ा कारोबार भी मटर का ही हुआ।


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