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Sapna M Goel

Others

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हमारी ख्वाहिशें

हमारी ख्वाहिशें

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"तुम बताओ तुम्हें कैसा लड़का चाहिए था?" आलोक ने मेरी तरफ़ मुँह घुमाकर लेटते हुए पूछा.

मैंने हिचकिचाते हुए कहा "क्या मतलब ये क्या सवाल हुआ आप पसंद थे तभी तो शादी की मैंने."

"वो तो ठीक है पर हमारी तो अरेंज्ड मैरिज है, तुम्हारी भी तो कुछ पसंद रही होगी कि जैसे पढ़ा लिखा लड़का..अगैरह वगैरह."

"हाँ ये तो मेरे ख्याल हर लड़की चाहती है पढ़ा लिखा और समझदार सुन्दर लड़का..."

"पर मैं तो पढा लिखा नहीं हूँ फिर..."

"फिर क्या.. मैंने सुना हैं आपको भी बहुत सुन्दर लड़की चाहिए थी जो कि मैं नहीं हूँ आपने भी बिना मन के शादी की हैं..हैं ना"

"हूँउउउ....सच है मेरी हमेशा से ख्वाहिश रही कि मेरी पत्नी बहुत सुन्दर हो इतनी कि बस हर कोई देखता ही रह जाए सबसे सुन्दर सबसे ज्यादा.वैसे कितना अजीब तरीके से तय हुआ ना हमारा रिश्ता ना तुम मुझसे शादी करना चाहती थी ना मुझे तुम पसंद थी फिर भी भगवान को यही मंजूर था."

"हाँ पता हैं कितना रोईं थी मैं रिश्ता तय होने के बाद."

"पर क्यूँ तुम मना भी तो कर सकती थी रिश्ते के लिए?"

"कैसे मैंने अपने पापा की कोई बात नहीं टाली आजतक.ये भी नहीं टाल सकती थी और वजह क्या देती मेरे पापा ने चुना था तो अच्छा ही चुना होगा."

"पता है जब तुम्हें देखकर मैंने ना करने का फैसला कर लिया था और ना कर ही दी थी पर सबने मुझे कहा कि बहुत अच्छी लड़की है और क्या चाहिए वैसे भी इससे पहले मैं बहुत सारे रिश्तों को ना कर चुका था. फिर तो रिश्तेदारो ने भी कह दिया था कौन बताएगा तुम्हें रिश्ते तुम्हें हर लड़की में कमी नज़र आती है और तुम्हारे बारी में तो माँ ने मेरी जबर्दस्ती हाँ करवा दी थी बहुत-बहुत रोया था मैं घर आकर."

"ओह तभी आपने मुझसे फोन पर भी इतने दिनों बाद बात करनी शुरू की...

हां...लेकिन मुझे तुमसे कोई शिकायत नहीं हैं क्योंकि इसमें तुम्हारा कोई कुसूर नहीं है और वैसे भी रिश्ता पक्का होने से लेकर आज तक जितना भी मैं तुम्हें समझ पाया हूं तुम वाकई बहुत अच्छी हो हो सकता है मेरी ही सोच गलत हो....जो भी है अब हम पति पत्नी हैं और मैं ये रिश्ता पूरी ईमानदारी से निभाऊंगा."

और ऐसे ही एक दूसरे के बारे में जानते जानते बातें करते-करते शादी के बाद हमारी पहली रात की सुबह हो गई.

वो रात सबके लिए स्पेशल होती हैं पर मेरे लिए तो वो बेहद खास...क्योंकि उसके बाद हमें एक-दूसरे कभी कोई शिकायत नहीं रहीं ना एक दूजे में कोई कमी नज़र आई दिन-ब-दिन हम एक दूसरे के दिलो में घर करते गए और हम दोनों में प्यार इतना गहरा होता गया कि अब मैं उनके लिए दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत और वो मेरे लिए सबसे ज्यादा पढ़े लिखे और समझदार....एक दूसरे के पूरक..जो एक-दूजे के बिना अपना कोई अस्तित्व ही नहीं समझते.



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