2009 में हम दोनों जब दिल्ली आए थे, तब दिल्ली की सरकार, यहाँ का मौसम, यहाँ के लोग और ये मेट्रो, सब हम... 2009 में हम दोनों जब दिल्ली आए थे, तब दिल्ली की सरकार, यहाँ का मौसम, यहाँ के लोग...
रेलिँग पर वो तुम्हारी कोहनी की रगङ आज भी जिँदा है , उसको खरोंच कर के उसके बुरादों में तुम्हारा अक्स ... रेलिँग पर वो तुम्हारी कोहनी की रगङ आज भी जिँदा है , उसको खरोंच कर के उसके बुरादो...