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तिरछी
मलमपट्टी
घायल
संवाद
संगसाथछूँटेनहीं
मध्यऔरअंतकहतेज्ञानी-विज्ञानीऔरसंतइसकानहींहैकोईआकारजलहीजीवनकामूलाधार।
कलयुग
ना पास
तोमुस्कुराताहैयेउदासहोताहैतू
बातें
नशा-ए-चाय
गिलास
खट्टी-मीठी
कुछभीतोअबयादनहींक्याक्यामैंभूलगई।
आ जाओ
बिन दिल
Hindi
स्पर्षतुम्हारे
Quotes
"न चलावो तिरछी नज़र हम पर, हम तो पहेले से ही घायल है, आकर मल ...
सुनो शब्द...! मैं एक ऐसा संवाद करना चाहती हूँ, हमारे मध्य ...
शनिवार: अब आ जाओ ना पास, तुम्हारे बिन दिल उदास। खट्टी-मीठी ब ...
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