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गिलास
खट्टी-मीठी
रोज़ रोज़
आँसू
बातें
ना पास
दिलमेंजोचुभतीहैंबातेंहैंमेखनहीं.मनमेंअवहेलनहैकानोंमेंठेकनहीं.नामताजमहलोंपरखुदेगेशहंशाहोंके
क्या पाया
सुनाये हम
हिन्दुस्तान
सोचा न था
नशा-ए-चाय
अजूबा
तोमुस्कुराताहैयेउदासहोताहैतू
स्पर्षतुम्हारे
आ जाओ
क्यूतूमुझेजानसेप्याराहै
दुख मिटाकर
बीतेदिनयादें
अब नहीं
Hindi
कुछभीतोअबयादनहींक्याक्यामैंभूलगई।
Quotes
ताजमहल क्या जाने के वो क्या है देखने वाले ही कहते हैं वो एक ...
हिंदुस्तान अब जागेगा। कोरोना चल,भागेगा।। ...
अब नहीं आओगे क्या जा रहे दूर तो हमे भूल जाओगे क्या उम्र भर द ...
शनिवार: मुझे मिटा कर क्या पाओगे, नश्वर ये शरीर मिट्टी ही हो ...
सोमवार: अब रोज़ रोज़ क्या नया सुनाये हम, छत पर बाल सुखाती प् ...
खसम किया संग सोने को, लग गयी पत्थर ढोने को।
मंगलवार: क्या छुपा रही है ये अंधेरी रात, क्यों बहा रही है आँ ...
शनिवार: अब आ जाओ ना पास, तुम्हारे बिन दिल उदास। खट्टी-मीठी ब ...
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