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सुझाव एवम् सहायता करें तो दिल से करें......!
जब किसी को सुझाव- सहायता, माँगने पर या बिन माँगे दी जाए उसको स्वीकार करना या ना करना सुझाव-सहायता लेने वाले का हक़ है.....!
अपने सुझाव एवम् सहायता किसी के ऊपर बलपूर्वक ना थोपें....!
उसकी अस्वीकृति पर दुःखी ना हों या ना ही कोई प्रतिक्रिया दें.....!
जो भी करें, अगले को ख़ुशी, सुख और संतोष देने के लिए करें........!
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