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कच्चे कान के ना बने, ना ही किसी की कही सुनी बात पर प्रतिक्रिया देवें......! बिना सोचे समझे या तथ्य की जानकारी बिना दी प्रतिक्रिया हमारी जाहिलियत एवं नाकामी के प्रदर्शन समान है....!
कच्चे कान वाले इंसान पहले दिनों में तो सही जानकारी पा सकता है मगर आगे चलकर वही जानकारी मिलती है जिस प्रकार की जानकारी वो पसंद करते हैं ख़ास तौर पर नापसंद इंसान के ख़िलाफ़.......!
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