“
चेतना प्रकाश चितेरी का सुविचार –
अगर, आपके साथ
आपके अपने ही छल कर रहें हैं, तो आप दु:खी मत होईए !
यकीन , मानिए! मेरा
वे अपना कर्म बिगाड़ रहे हैं।
उन्हें दूसरे का अन्न ,धन लूटने में बहुत अच्छा लगता है ,
ऐसे व्यक्तियों से परेशान ना होईए!
आपके लिए एक विकल्प है -
झूठे रिश्तों से दूर रहना ही अच्छा है।
१/१२/२०२३ , ११:४९ पूर्वाह्न
”