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स्वस्थ दिल का राज क्या है?
मेरा हंँसता हुआ दिल ,
दूसरों के दिलों से उतनी ही अपेक्षा रखता है ,
जितना कि मैं उसके लिए समर्पित हूँ ,
अगर ना मिले तो मायूस हो जाता है,
इसलिए अब मैं किसी से अपेक्षा ही नहीं रखती हूंँ,
मेरा दिल खुश रहता है,
मैं तो अब तनाव से मुक्त रहती हूंँ।
आप सभी को विश्व हृदय दिवस की हार्दिक बधाई।
चेतनाप्रकाश चितेरी , प्रयागराज
29/9/2022,12:40 p.m
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