कल तक जहांं होता था हल्ला गुल्ला और शोर, आज उस गली मोहल्लों में छाया सन्नाटा घनघोर। कल तक जहांं होता था हल्ला गुल्ला और शोर, आज उस गली मोहल्लों में छाया सन्नाटा ...