पहुँचना है मुझे उस अंबर की ऊँचाई तक, चमकना है मुझे सूर्य की भांति हर दिशा में l पहुँचना है मुझे उस अंबर की ऊँचाई तक, चमकना है मुझे सूर्य की भांति हर दिशा मे...
कहलाती है स्त्री जो, है प्रथम शैलपुत्री वो। कहलाती है स्त्री जो, है प्रथम शैलपुत्री वो।