वीरानियाँ बड़ी हैं, लगे न ज़िस्त-ज़िस्त सा,लगे न जश्न-जश्न सा। वीरानियाँ बड़ी हैं, लगे न ज़िस्त-ज़िस्त सा,लगे न जश्न-जश्न सा।