हर बार सभी से पूछती हूँ क्या है गुनाह मेरा , नारी होना या तुम्हारा विक्षिप्त होना ? । हर बार सभी से पूछती हूँ क्या है गुनाह मेरा , नारी होना या तुम्हारा विक्षिप्त...