द्वितीय वर्ष में आते -आते हम भी अध्यापक की नज़रों से बच कर शैतानी करने लगे थे, द्वितीय वर्ष में आते -आते हम भी अध्यापक की नज़रों से बच कर शैतानी करने लगे थे,