लाख यत्न करने पर भी वे न आते होंगे, ओ री लता ! तुझपे भँवरे मंडराते होंंगे। लाख यत्न करने पर भी वे न आते होंगे, ओ री लता ! तुझपे भँवरे मंडराते होंंगे।