भटकना पड़ता है दर-दर निवाले के लिए, और सुस्ताने को भी नहीं मिलता कोई मचान। भटकना पड़ता है दर-दर निवाले के लिए, और सुस्ताने को भी नहीं मिलता कोई मचान।