क्या धुंधली अभिलाषा लेकर महाशून्य में ताक रहे, या फिर बढ़कर किसी शिखर की ऊँचाई को आँक रहे । क्या धुंधली अभिलाषा लेकर महाशून्य में ताक रहे, या फिर बढ़कर किसी शिखर की ऊँचाई...