चुप चुप करवा कर रह जाती थी उसकी आंखों में ज़िन्दगी नज़र आती थी, नसों में दौड़ता ख़ून चुप चुप करवा कर रह जाती थी उसकी आंखों में ज़िन्दगी नज़र आती थी, नसों में द...