जो सुख दुख के भी बसे पार , जिसकी रचना पूरा संसार , उसी ईश्वर की मैं लिखता हूँ, उसी ईश्वर की... जो सुख दुख के भी बसे पार , जिसकी रचना पूरा संसार , उसी ईश्वर की मैं लिखता ...