हर कोई रहे तन मन से स्वच्छ, सुंदर हर कोई रहे निरोगी और स्वस्थ ऐसा है मेरे सपनों का भारत हर कोई रहे तन मन से स्वच्छ, सुंदर हर कोई रहे निरोगी और स्वस्थ ऐसा है मेरे सपन...
क़लम की धार से चाहे बदल देना सभी मंज़र! सदाकत जो अलग करती नहीं ऐसी दया रखना!! क़लम की धार से चाहे बदल देना सभी मंज़र! सदाकत जो अलग करती नहीं ऐसी दया रखना!!