दरख़्तों के साए में कई मकान बाकी हैं, आधे अधूरे ही सही कई अरमा बाकी हैं । दरख़्तों के साए में कई मकान बाकी हैं, आधे अधूरे ही सही कई अरमा बाकी हैं ।