कुछ यूँ लिखना चाहती हूँ तुमको मानो कुछ अलग नहीं बस अपना ही कुछ अनदेखा सा हो. कुछ यूँ लिखना चाहती हूँ तुमको मानो कुछ अलग नहीं बस अपना ही कुछ अनदेखा सा ...