कहीं किसी की भूख, किसी की प्यास, मिटा रहा था, किसी नए पेड़ की, शाखा बना रहा था! कहीं किसी की भूख, किसी की प्यास, मिटा रहा था, किसी नए पेड़ की, शाखा बना रहा था!