हसरत-ए-अफ़सून-ए-इश्क़-ए-रब 'हम्द' मुझे रोना आया... हसरत-ए-अफ़सून-ए-इश्क़-ए-रब 'हम्द' मुझे रोना आया...
मैख़ाने तो पिए कई रोज़ उसकी याद में, रात ख़ास है आज अश्क़-ए-खूँ गले से जो उतरते रहे... मैख़ाने तो पिए कई रोज़ उसकी याद में, रात ख़ास है आज अश्क़-ए-खूँ गले से जो उतरते रहे....