चाँदनी रात में रतजगा... चाँदनी रात में रतजगा...
मगर ये मेरे ऊपर भी है कि मैं ऐसा लिखूँ जिससे तुम खास बन सको! मगर ये मेरे ऊपर भी है कि मैं ऐसा लिखूँ जिससे तुम खास बन सको!