जब प्यार ही हम देंगे,तभी प्यार भी पाएंगे, बोयेंगे फसल जिसकी,वही काट ही पाएंगे । जब प्यार ही हम देंगे,तभी प्यार भी पाएंगे, बोयेंगे फसल जिसकी,वही काट ही पाएंगे...