वसंत की बाहार
वसंत की बाहार
1 min
326
आया वसंत लाया बाहार
खुशियाँ का मेला अपार,
खेतों में हरियाली छाई
बसंत ऋतु है आई,
पीले पीले सरसो ं के फूल
मचा रहे हैं खेतों में धूम,
हंसते खिलखिलाते
भौंरे गुनगुनाते,
मधुमक्खी रस है भरती
तितली इठलाती फिरती,
नदियाँ झूम झूम गाये
सूरज की किरणें अपना रंग बिखराये,
पेड़ों पर नये पत्ते आये
छोटे पौधे भी मुस्कुराये,
डाल डाल पर बैठी कोयल
अपना मीठा गीत सुनाये,
फसल पकने को आई
किसान के मन उमंग है छाई,
चारों ओर छाई हरियाली,
मन चुराये फूलवारी,
शीत ऋतु पड़ी है भारी,
वसंत ऋतु मन को भायी।
