श्रीशुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित भयंकर शब्द हुआ, वृक्ष गिरने से। श्रीशुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित भयंकर शब्द हुआ, वृक्ष गिरने से।