Harshada Jadhav
Others
ज़माने की बेड़ियों से तू बाहर निकल
ख़ुद से तू मिल लिया कर
लोगों को सोचने दे वे जो सोच सकें
ख़ुद की सोच तू ख़ुद बना लिया कर
रुलाने वाले तो बहुत मिलेंगे यहाँ
तू मुस्कुरा के देख लिया कर
कुछ
तुम
वह
तू ख़ुद