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chaku rajani

Others

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chaku rajani

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तुझ से खुगर नहीं

तुझ से खुगर नहीं

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तुझ से खुगर नहीं के तेरी आदत छूट जाए

तू कोई तीर -ए-नीम कश नहीं जो मेरे दिल

से छूट जाए


मैं मानता था की तू रानाई-ए-खयाल है जो

टूट जाए

पर ब्कौल एहल-ए-जहाँ तू वो नहीं जो टूट

जाए


वो मानते है की हम वो नहीं जो तेरी याद

में घुट जाए

पर हम वहीं बा-दस्तूर है जो उनकी याद मैं

घुट जाए


"नीरव" चाहता है की तू कारवाँ-ए-गज़ल

से जुट जाए

पर तू गज़लों से खुगर नहीं के तू जुट जाए



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