तीर नयनों से
तीर नयनों से
1 min
221
तीर चलाओ नयनों से
ना की चलाओ हाथ से
घायल करो तो नज़रों से
ना की शब्दों की बाण से
अगर जिंदगी में पाना हो लक्ष्य
तो हर पल हो जाओ दक्ष
नजर रखो अर्जुन जैसी
तिरंदाजी कर्ण जैसी
होशियारी के लिये
नमन श्रीकृष्ण जी को
हो सके तो आनेवाला
महाभारत रोको
