शरण तिहारी
शरण तिहारी
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हे त्रिपुरारी, हे जटाधारी
ज़िंदगी मेरी, तुमने सँवारी
आई हूँ मैं, अब शरण तिहारी
दे दो मुझको, अब तुम आकर
दर्शन प्यारे,ओ मेरे, गंगाधारी।
हे त्रिपुरारी, हे जटाधारी
ज़िंदगी मेरी, तुमने सँवारी।।
भरी है दिल में, तेरी ही भक्ति
तुमसे मिली है, मुझको शक्ति
हे नटनागर, हे नीलकंठारी।
हे त्रिपुरारी, हे जटाधारी
ज़िंदगी मेरी, तुमने सँवारी।।
तुम महाकाल,तुम ही नागेश्वर
इस जग के हो, तुम परमेश्वर
मैं हूँ शिवशंकर,दासी तुम्हारी।
हे त्रिपुरारी, हे जटाधारी
ज़िंदगी मेरी, तुमने सँवारी।