सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
एक बार की बात है टीना नाम की एक लड़की अपने नानी के साथ रहती थी क्योंकि बचपन में उसके माँ-बाप गुजर गए थे उसके साथ उसकी नानी मामा मामी भी रहते थे उसकी मामी उसे बिल्कुल पसंद नहीं करती थी क्योंकि वह देखने में बहुत ज्यादा खूबसूरत थी और उसकी मामी को यह बात बहुत खटकती थी धीरे-धीरे वह बड़ी हो गई और शादी के योग्य हो गई तब उसके मामा जी ने उसके लिए लड़का ढूंढना शुरू किया तभी उस जगह आस पास एक नया लड़का रहने आया वह इस लड़की को देखते ही इसके लिए पागल सा हो गया जोगी उसे यह लड़की बहुत पसंद आई उससे प्यार हो गया वह लड़का एक लड़की से बात करके इसे बताना चाहता था कि वह इस से कितना प्यार करता है 1 दिन किसी काम के बहाने से टीना के घर पर आया और कहा घर में कोई है उस समय टीना के घर पर उसकी मामी और टीना टीना ने दरवाजा खोला और कहा हां कौन मैं आपको नहीं जानती अंदर आइए मामा जी घर पर नहीं है उस लड़के ने उसकी आवाज सुनते हैं उससे कहा कि टीना मैं तुम्हें पिछले दो महीनों से देख रहा हाय मैं तुमसे बहुत प्यार करने लगा हूं मुझे तुम हर तरीके से पसंद हो और इसी बात को लेकर मैं तुम्हारे मामा से बात करना चाहता हूं वह लड़की बोली जैसे आए हो चुपचाप चले जाओ मैं तुम्हें नहीं जानती ना ही तुमसे प्यार करती हूं लड़का हँसकर तुम कुछ समय ले लो और सोच समझ कर बता देना मुझे और हां तुम मेरा नंबर ले लो जो भी बोलना हो हां या ना बस एक बार फोन करके मुझे बता तो सकती हो टीना ठीक है अब जाओ तुम कुछ दिनों के बाद टीना ने उस लड़के को फोन किया उस लड़के ने उठाते ही बोला आज आ ही गई मेरी याद वह 2 मिनट के लिए चुप हो गई फिर बोली तुम्हें मेरी खूबसूरती से प्यार है ना कि मुझसे लड़के ने हँसकर प्यार कितना है सिर्फ तुम से आजमा कर देख लो लड़की तुम मुझे भूल जाओ नहीं चाहती तुमसे बात करना लड़का मैं तुम्हारे फोन का हमेशा इंतजार करूंगा जब तक जिंदा हूं लेकिन याद रखना मेरे जितना प्यार कोई नहीं कर सकता तुम्हें लेकिन मेरे जिंदा रहने तक फोन जरूर करना कहते हैं फोन कट गया कुछ दिन बीत गए टीना की शादी हो गई वह शादी के बाद पहली बार अपने घर आए तब उसने जहां वह लड़का रहता था वहां उसने एक औरत को देखा बैठकर रोते हुए वहां गई और पूछने लगी आप क्यों रो रही हैं तब उस बूढ़ी औरत में रोते हुए उस लड़की से कहा मेरा बुढ़ापा का सहारा तो छिन गया मेरा सब कुछ तो चला गया अब मैं क्यों जिंदा हूं तभी वह लड़की बेचैन होकर बिना कुछ पूछे बिना कुछ जाने उस औरत के घर में जाती है और वहां जाते हैं उस लड़के के फोटो पर चढ़ी माला देखती है और वही बैठ जाती है फिर उसकी माँ आकर बोलती है बेटा मैं पढ़ी-लिखी तो नहीं लेकिन मेरे बेटे ने किसी टीना नाम के लिए यह डायरी छोड़ा था तुम इसे पढ़ लो जब वह डायरी खोलती है तो हर एक अक्षर खून से लिखा होता है अपने प्यार की ना के लिए खत्म पेज में 22 जून का आखरी पन्ना है जिस दिन टीना की शादी हुई थी उसमें साफ लिखा था कि टीना अपने जीते जी मैं तुम्हें किसी और का होते नहीं देख सकता माफ करना मेरी जान मैं तुमसे बहुत प्यार करता था मैंने तुम्हारी सूरत कभी गौर से देखी भी नहीं लेकिन कुदरत को शायद यह मंजूर नहीं था कि तुम मुझे मिलो अलविदा जान हमेशा खुश रहो मुस्कुराती रहो दोस्तों हम कभी कभी जिंदगी में खुद की वजह से कितना कुछ खो देते हैं आखिर में पछतावा के सिवा कुछ नहीं मिलता कभी दूसरों की दुनिया और समझने की कोशिश कीजिए तभी साथ अलावा कुछ नहीं मिलता।।