STORYMIRROR

Harsha Priya

Others

4  

Harsha Priya

Others

साथ दोनो को एक दूजे की निभानी

साथ दोनो को एक दूजे की निभानी

1 min
606

अब अश्क नहीं बहता आंखों से पानी है

जो मन पे लगा वो संजीदा कहानी है।


बीती बातों को दिलों से क्या लगाना

जो बीती सो बीती वो यादें पुरानी है।


बात दो दिलों में दोष मगर एक की ही क्यूं

साथ तो दोनो को एक दूजे की निभानी है।


  


Rate this content
Log in