“ चटाख”....... फिर एक शीशा दरक़ा , हो गयी सुबह , आ कर , इस पत्थर ने बताया “ चटाख”....... फिर एक शीशा दरक़ा , हो गयी सुबह , आ कर , इस पत्थर ने बताया