My thoughts
My thoughts
वकवादी खड़ा बकवाद करे
सिखलाये सीख सयाना को ,
खुरचाली खड़ा खुरचाल चले
जौहर जतलाये जनाना को ।
करामाती किया करामात अजब
बरबाद किया बरबादों को ,
कुछ ऐसे लोग भी होते हैं
जो खा जाते सब स्वादों को ।
छल को छलना , जल से जलना ,
यह अर्थ अजब कुछ लगता है ;
पर पंच प्रचंड प्रपंची पर ,
खल खेल खरा बन खेलता है ।
शर से सर को सब हैं छेदे ,
जो शब्द मालायें बेधा है ;
वह अमर अजर है सदा बना ,
सब अस्त्रों में वह तेगा है ।
कभी राम मरे , कभी रावण भी ,
कभी श्याम मरे , गौतम भी गये ,
अमरत्व पिये वह जिंदा है ,
जिसने कर लेखन छोड़ गये ।
वह आनन मात्र बधाई है ,
जो मोद करे मन-कानन को ,
धन्य धन्य वह नयन नेत्र ,
जो चमक भरे मन-आँगन को ।
कोटि कोटि हैै नमन पुन: ,
उन मीठी मीठी बोली को ,
गुण बिना है व्यर्थ सभी ,
हो रंग नहीं ज्यों होली को ।